हर आविष्कार इंसान की सहूलत के लिए बनाया गया है, लेकिन कुछ आविष्कार ऐसे भी है जिनके बारे में सोंचा भी नहीं था के आगे जेक ये फेमस होजाएंगे. उन्ही में से एक आविष्कार है आलू के चिप्स.
चिप्स से पहले लोग फ़्रेंच फ्राइज खाया करते थे.1853 में अमेरिका के George Crum न्यूयॉर्क के Saratoga Springs सिटी में एक शेफ थे.
एक दिन Crum अपने कस्टमर को फ्रेंच फ्राइज परोसा थो कस्टमर ने ये कहके वापस भेजदिया के ये बहुत मोठे है. जब दूसरी बार crum ने फ्रेंच फ्राइज को पतले बनाकर परोसा तो दूसरी बार भी कस्टमर ने वापस भेज दिया.
इस कस्टमर से तंग आकर crum ने पतले पतले slices किया और crispy चिप्स बनाया था. इन चिप्स को नमक लगाकर भेजा ताके वो फोर्क से खा ना सके. जब कस्टमर ने उसे खाया तो बहुत पसंद आया, और दुसरे कस्टमर्स भी इसी तरह के चिप्स कि आर्डर देने लगे. अब ये चिप्स saratoga चिप्स के नाम से menu का हिस्सा बन गए.
George crum आलू के चिप्स आविष्कार का पेटेंट नहीं मिला क्योंकि ये अफ्रीकन अमेरिकन थे. 1860 में george ने अपना खुद का restaurant खोला और कटोरे में इन चिप्स को परोसा करते थे. 1890 में crum ने restaurant को बंद कर दिया.
1895 में चिप्स को ग्रोसरी स्टोर्स में बेचने का आईडिया William Tappendon को आया था. शुरू में ये अपने घर में चिप्स बनाकर सप्लाई करते लेकिन बाद में ये फैक्ट्री ओपन करदी थी.
उन दिनों आलू को सिर्फ हाथ से छिला जाता, 1920 में potato peeler के आविष्कार के बाद चिप्स और भी ज़्यादा बनने लगे थे. चिप्स तो बन जाते लेकिन स्टोर करने के लिए परेशानी होती शुरू में चिप्स को मर्तबान में स्टोर करते थे, जिसकी वजह से चिप्स नरम होजाते.
1926 में Laura Scudder ने पहली बार moisture resistant बैग्स को बनाया, इन बैग्स के अंदर चिप्स क्रिस्पी रहते थे. 1933 में printed बैग्स बनना शुरू हो गया. आज George Crum को बिना क्रेडिट दिए बहुत सारे कम्पनीज चिप्स को बनाते है.