आज दुनिया में सबसे ज़्यादा खेले जाने वाला और सबसे ज़्यादा देखे जाने वाला स्पोर्ट है फुटबॉल, और दूसरे स्थान पर क्रिकेट है. अब ये फुटबॉल को कब कैसे और किसने अविष्कार किया ?
संक्षिप्त जवाब :
शुरू ज़माने में लोग चमड़े से बनाये गए बॉल को फुटबॉल की तरह उपयोग करते थे. एक पूरा गांव मिलकर फुटबॉल खेला करता था. ये खेल बहुत हिंसात्मक होने के कारन इस पर 1314 में पहली बार प्रतिबंद भी लगाया गया था. पहले लोग रग्बी और फुटबॉल दोनों को अलग अलग नियम के साथ खेलते थे.1848 में कैम्ब्रिज के नियम के बाद फुटबॉल पैर के साथ रग्बी हाथ के साथ खेलना शुरू किया. 1904 में The Fédération Internationale de Football Association (FIFA) को स्थापित किया गया था.जिसमे (France, Belgium, Denmark, the Netherlands, Spain, Sweden and Switzerland ) देश थे. शुरू के दिनों में महिलाओं और काले रंग के खिलाडी पर इस खेल को खेलने से रोक लगाया गया था लेकिन अब वो सारी चीज़ें ख़तम हो गयी है.
फुटबॉल का इतिहास (History of Football ):
फुटबॉल की शुरुआत खरीब दूसरी सदी में चीन में हुई थी. उस वक़्त इस खेल को कुजू ( CUJU ) नाम से बुलाया जाता था. अब इसके बाद 600 AD में जापान में केमरी (kemari) नाम के खेल को खेलने लगे, इस खेल को लोग सर्कल आकार में खड़े होकर बॉल को किक (Kick) करते और हर खिलाड़ी की ये कोशिश होती के बॉल निचे ज़मीन पर न गिरे.
इसी तरह प्राचीन रोमन और यूनानियों (Greeks) अलग अलग तरह के बॉल गेम्स को खेला करते जो कुछ हद तक आज के रग्बी (rugby) खेल और फुटबॉल (Football) की तरह हुआ करते थे. जिसमे 2 टीम्स हुआ करते जिन्हे गोल (goal) करना होता था.
इसके बाद मध्य युग (Middle ages) में अलग अलग तरह के स्पोर्ट्स खेले जाते थे. जिसमे कुछ घुड़सवारी के साथ खेले जाते और कुछ पैर का इस्तेमाल करके खेला जाता. Foot (पैर) से खेले जाने वाले स्पोर्ट्स को फुटबॉल बुलाना शुरू किया. अब इसमें अलग अलग स्थानों पर अलग अलग तरह के नियम के साथ अलग अलग गेम्स खेला करते थे.
12वि सदी में इंग्लैंड में मोब फुटबॉल (Mob football) के नाम से खेल को खेला जाता था. जिसमे खिलाडी की कोई सीमा नहीं होती थी और पूरा एक गांव इस खेल को खेलता था. ये गेम बहुत हिंसात्मक भी हुआ करता था. अब उस वक़्त आज जैसा बॉल भी नहीं था एनिमल के ब्लैडर (Animal bladder) और लेदर (Leather) को ही बॉल की तरह इस्तेमाल करते थे. ये गेम विशेष अवसरों पर खेला जाता था.आज कल के मॉडर्न फूटबॉल्स के लिए रबर और प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है.
मजेदार तथ्य : करीब 50% फुटबॉल पाकिस्तान के शहर सियालकोट में बनाये जाते है.
फुटबॉल पर प्रतिबंध (Football Ban) :
ये गेम बहुत हिंसात्मक होने की वजह से सार्वजनिक संपत्ति (public property) नुक़सान होती और बहुत सारा शोर होता था. इसी वजह से पहली बार 1314 में पहली बार फुटबॉल प्रतिबंध (ban) करनेका कानून पास किया गया था. 1314 से 1667 तक 30 बार से ज़्यादा इस गेम को इंग्लैंड(England) पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसी तरह स्कॉटलैंड (Scotland) और फ्रांस (France) में भी प्रतिबंध लगाया गया था. एक और वजह प्रतिबंध लगाने का ये है के लोग तीरंदाजी करना छोड़ दिया था जो जंग के मौको पर बहुत ज़रूरी होता है.
उस वक़्त गेम के कुछ नियम भी नहीं हुआ करते थे. बॉल का आकार खिलाड़ियों की संख्या और मैच की लम्बाई हर जगह अलग लाग हुआ करती थी. रग्बी और फुटबॉल के बीच कोई अंतर भी नहीं था.
रग्बी और फुटबॉल (Rugby and Football) :
15 वि सदी में लोग बॉल को ज़मीन पर रख कर किक करना शुरू किया था.अब इसके बाद 16 वि सदी में इंग्लिश पब्लिक स्कूल्स में संगठित (Organized) तरीक़े से फुटबॉल को खेलना शुरू किया था. 19वि सदी के शुरू में प्रमुख स्कूल्ज रग्बी और ईटन में इस गेम को ज़्यादातर खेला जाता था.
रग्बी स्कूल में बॉल को हाथों का इस्तेमाल करके खेलते थे. जो आगे जाकर रग्बी गेम बनगया. ईटन में सिर्फ पैरों का इस्तेमाल करके गेम को खेला जाता था. जिसके रूल्स आज के फुटबॉल की तरह थे.अब उस ज़माने में रग्बी स्कूल में खेले जाने वाले गेम को “ The running game ” बुलाया जाता और ईटन में खेले जाने वाले गेम को ड्रिब्लिंग गेम “Dribbling Game” बुलाया जाता था.
जब एक स्कूल दूसरे स्कूल के पास गेम खेलने के लिए जाते तो बड़ी परेशानी होती थी. दोनों स्कूल्ज के अलग नियम हुआ करते थे. जिसका हल उस ज़माने में ये निकाला, आधा गेम एक स्कूल के रूल्स के मुताबिक बाकी आधा दुसरे स्कूल के मुताबिक़ खेले जाने का नियम बनाया गया था.
उस वक़्त ये ज़रूरी था के इन गेम्स के नियम सारे जगह एक ही रखा जाये. 1848 में कैम्ब्रिज (Cambridge) में नियम को बनाए गए लेकिन ये मुकम्मल नहीं थे. इसके बाद 1863 में लंदन में पहला फुटबॉल एसोसिएशन (Football association) बनाया गया था.उस वक़्त इस गेम के लिए हातों का इस्तेमाल न करने का नियम लाया गया और बॉल का आकार, वजन में भी बदलाव लाये गए थे. सबसे बड़ा बदलाव ये किया के दोनों गेम्स फुटबॉल और रग्बी को अलग करदिया गया. जिन्हे एसोसिएशन फुटबॉल(Association football) और रग्बी (Rugby) के नाम से बुलाना शुरू कर दिया था.
19 वि सदी में जब फुटबॉल को लोग पसंद करने लगे और फुटबॉल मैच को देखने के लिए खरीब 30,000 लोग आते थे. ये गेम का दिलचस्पी धीरे धीरे दुनिया के दूसरे हिस्सों में रहने वाले ब्रिटिश के लोगों पर पड़ा और दक्षिण अमेरिका (South America), इंडिया (India) में भी इस गेम को बहुत लोग पसंद करने लगे थे.
फुटबॉल क्लब (Football clubs) :
अगर फुटबॉल क्लब्स की बात करें तो 15 वि सदी में ही ये मौजूद थे. लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई नाम नहीं था. कुछ इतिहासकारों के मुताबिक पहला फुटबॉल क्लब साल 1824 एडिनबर्घ (Edinburgh) में बनाया गया था. बाद में और भी फुटबॉल क्लब्स बनाए गए.
जब रेलमार्ग (Railroads) और औद्योगीकरण (Industrialization) बढ़ने लगा तो शहरों में एक दूसरे से जुड़ने लगे और बहुत सारे लोग इस गेम के लिए जुड़ने लगे. शुरू ज़माने में स्कूल्ज इस गेम को ज़्यादातर खेलते. लेकिन industrialization के बाद सबसे ज़्यादा श्रमिकों (Labor) ने इस गेम को खेलने लगे.
सबसे बड़ा बदलाव तो तब हुआ जब क्लब्स अच्छे खिलाडियों को अपने क्लब्स में शामिल करने के लिए वेतन करने लगे.अब गेम इतना प्रसिद्ध हुआ के 1880 में लोग टिकट खरीद कर इस गेम को देखने लगे. 1985 में प्रोफेशनल फुटबॉल को कानूनी (legal) करदिया गया था.
इसके कुछ साल बाद फुटबॉल लीग को बनाया गया जिसके पहले सीजन में 12 क्लब्स लीग में शामिल हुए थे. बहुत दिनों तक ब्रिटिश टीम्स ही हावी हुआ करती थी लेकिन कुछ साल बाद दूसरे देश प्राग (Prague), बुडापेस्ट (Budapest) और सिएना (Siena) भी आगे भड़ने लगे.
1871 में फुटबॉल एसोसिएशन कप (FA) को बनाया गया था. 1872 में दुनिया में पहली बार फुटबॉल मैच दो देश के बीच हुआ था. इंग्लैंड और स्कॉटलैंड ने इस मैच को खेला और मैच 0-0 पर समाप्त हुआ उस वक़्त मैच देखने 4000 लोग आये थे.
1883 में पहला international tournament हुआ जिसमे ये देश (England, Ireland, Scotland and Wales) थे.1867 में पहली बार यूरोप के बाहर अर्जेंटीना में मैच को रखा गया था. ये मैच अर्जेंटीना में रहने वाले ब्रिटिश मज़दूर के नेतृत्व में हुआ था.
1904 में The Fédération Internationale de Football Association (फीफा) को स्थापित किया गया था. जिसमे (France, Belgium, Denmark, the Netherlands, Spain, Sweden and Switzerland ) देश थे. इंग्लैंड और दूसरे ब्रिटिश देश फीफा (FIFA) में शामिल नहीं हुए क्यों की ये गेम खुद इंग्लैंड में आविष्कार हुआ था. इसलिए वो लोग किसी और एसोसिएशन में शामिल होना नहीं चाहते थे.
लेकिन एक साल बाद ये देश भी शामिल हुए लेकिन 1950 तक वर्ल्डकप में हिस्सा नहीं लिया था.1908 में ओलिंपिक गेम्स (Olympic Games) में फुटबॉल को जोड़ दिया गया. शुरू ज़माने में महिलाओं को इस गेम को खेलने से प्रतिबंध लगाया गया था. 1996 में पहली बार महिलाओं को मौका दिया गया था. इसी तरह शुरू में काले रंग के खिलाड़ी हुआ नहीं करते थे. लेकिन बाद में काले रंग के खिलाड़ी को भी जोड़ दिया गया था.