हम जब बच्चों के साथ किसी सर्कस या किसी पार्क में घूमने के लिए जाते है थो अक्सर बच्चे कॉटन कैंडी को खाना पसंद करते है. लेकिन इसे किसने आविष्कार किया ?
आप ये जान कर हैरान हो जाएंगे के कॉटन कैंडी को एक डेंटिस्ट ने आविष्कार किया था. Cotton candy से पहले 15 वि सदी में sweets पर सजा ने के लिए spun sugar का इस्तेमाल किया करते थे.
उस ज़माने में sugar को पिघलाया जाता और fork का इस्तेमाल करके spun sugar बनाया जाता था.
1897 में डेंटिस्ट William Morrison और candy maker John c Wharton ने मिलकर कॉटन candy का आविष्कार किया था. उस वक़्त इसका नाम fairy floss था.
1904 में St Louis World’s Fair में Fairy floss को बेचना शुरू किया थो बहुत सारे लोग खरीदने लगे. उस वक़्त तक़रीबन 68,000 बॉक्सेस को बेचा गया था. एक बॉक्स की कीमत 25 cents था जो आज के हिसाब से 7$ है. ये दो अविष्कारक बहुत कम इन्वेस्ट किया और बहुत ज़्यादा कमाया था.
1921 में William Morrison का पेटेंट expire होगया थो एक और डेंटिस्ट Josef Lascaux इलेक्ट्रिक कैंडी मशीन में सुधार करने की कोशिश की लेकिन ये मशीन ठीक से काम नहीं कर पाती थी. इसी साल में fairy floss को Cotton candy नाम रखा गया था.
1949 में गोल्ड मैडल प्रोडक्ट्स नामी कंपनी ने सुधर के साथ spring base मशीन को बनाया था. 1970’s से पहले तक Cotton candy को कम produce किया करते थे.
1970 के बाद automatic Cotton candy बनानेवाले मशीन्स का आविष्कार किया गया था. इस मशीन के आविष्कार के बाद बहुत ज़्यादा कॉटन कैंडी को produce करना शुरू किया गया था.
Cotton candy को बनाने के लिए सिर्फ शक्कर चाहिए और इसके अंदर बहुत कम कैलोरीज होते है, और ये अपने बाल से भी बारीक होता है. USA में December 7 को National Cotton Candy Day भी मनाया जाता है.