Who Invented Bulb in Hindi ? बल्ब का आविष्कार किसने किया?

बल्ब के आविष्कार से पहले लोग रौशनी के लिए आग को जलाते थे. 18 वि सदी में कैंडल्स और तेल से बनाये गए चिराग को इस्तेमाल करना शुरू किया गया था. इसके बाद करीब 19 वि सदी के शुरू में गैस से बनाये गए लैम्प्स को इस्तेमाल करना शुरू किया गया था. 

बहुत सारे लोग यही मानते है के बल्ब का आविष्कार Thomas Edison ने किया है. thomas edison से पहले भी काफी लोगों ने इस आविष्कार के लिए मेहनत किया था. उन सब पहले किये गए बल्ब के आविष्कार को देख कर Edison ने मॉडर्न बल्ब का आविष्कार किया था. 

साल 1800 में Alessandro Volta ने पहली बार zinc और copper को इस्तेमाल करके Electric battery voltaic pile को बनाया जिसके दोनों तरफ एक कॉपर वायर से कनेक्ट किया था. ये continuous Electric current का सबसे पहला नमूना था.

 वोल्टा के आविष्कार के बाद इंग्लैंड के रहने वाले Humphrey Davy ने साल 1802 में कार्बन rods को इस्तेमाल करके Electric arc lamp को बनाया था. इस arc lamp से बहुत ज़्यादा रौशनी आरही थी जिसे street light की तरह इस्तेमाल किया लेकिन घर के लिए इस्तेमाल करना मुमकिन नहीं था.

1840 में ब्रिटिश साइंटिस्ट Warren de la Rue ने प्लैटिनम फिलामेंट का इस्तेमाल करके बल्ब को बनाया लेकिन प्लैटिनम बहुत महँगा होने के कारण से इस्तेमाल नहीं किया गया था.

अब इसके बाद अलग अलग तरीकों से साइंटिस्ट्स ने बल्ब को बनाना शुरू किया लेकिन इन सभी में एक प्रॉब्लम ये था के ये बहुत देर तक जल नहीं पाते थे. बल्ब के लिए high resistance वाला एलिमेंट चाहिए था. जितना पतला एलिमेंट उतना ज़्यादा resistance और जितना ज़्यादा resistance होता उतना फिलामेंट जलता और कम कर्रेंट का इस्तेमाल होता, अगर फिलामेंट मोटा होता थो कर्रेंट ज़्यादा इस्तेमाल होता और ज़्यादा रौशनी दे नहीं पता. 

 1874 में Henry Woodward और Mathew Evans ने मिलकर nitrogen से भरा बल्ब और अलग अलग साइज के कार्बन rods को इस्तेमाल करके बल्ब को बनाया था. ये बल्ब पिछले बल्ब्स से काफी हद तक अच्छा था लेकिन ये दोनों इस बल्ब का advertisement ठीक से कर नहीं पाए. 1879 में इस आविष्कार के rights Thomas Edison को बेच दिया गया था. 

  इसी दौरान England के Joseph Swan ने खुद से बल्ब का आविष्कार करना शुरू किया. 1878 में स्वान कार्बन रॉड और वैक्यूम बल्ब को इस्तेमाल  करके बल्ब बनाया लेकिन कार्बन rod में कम resistance होने के कारण ज़्यादा कर्रेंट का इस्तेमाल होता था. 1880 में स्वान ने कॉटन के धागे का इस्तेमाल करके बल्ब बनाया जिसका उन्हें पेटेंट भी मिला था.

अब दूसरी तरफ edison और उनकी टीम 1878 से 1880 के बीच 3000 से भी ज़्यादा बल्ब designs बना कर टेस्ट किया, क्यों की बल्ब को बहुत देर तक on रहने के लिए high resistance मटेरियल चाहिए था. इसलिए Edison अलग अलग materials का इस्तेमाल किया यहाँ तक के अपने टीम के मेंबर की दाढ़ी का बाल भी इस्तेमाल किया था.

एडिसन 6000 से भी ज़्यादा पौधों को फिलामेंट के लिए टेस्ट किया कुछ महीनों बाद 1879 में carbonized bamboo फिलामेंट का इस्तेमाल करके incandescent bulb का आविष्कार किया, जो 1200 घण्टोसे ज़्यादा रौशनी देती इसी साल में एडिसन को इस आविष्कार का पेटेंट भी मिला था.

इसी बीच एडिसन ने स्वान के खिलाफ मुक़द्दमा चलाया के स्वान ने एडिसन का रीसर्च और आईडिया चुराया है. इसके जवाब में स्वान ने अपना पूरा रिसर्च खुद practically साबित किया. हुआ यूँ स्वान और एडिसन दोनों मिलकर कंपनी को शुरू किया जिसका नाम Edison and Swan Electric Light कंपनी थी.

1904 में हंगरी में टंगस्टन को फिलेमेंट की तौर पर इस्तेमाल करना शुरू किया गया था. जो आज भी फिलामेंट्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है.

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