चाय को किसने आविष्कार किया ? – Who invented tea in Hindi

हमारी सुबह हर रोज़ चाय की एक गरम प्याली से होती है. इसके बिना तो दिन अधूरा लगता है. चाय एक ऐसी चीज़ है जो दुनिया में पानी के बाद सबसे ज़्यादा पि जाती है.

तो इस चाय की शुरुवाद किस जगह से हुई ? किसने इस चाय का मज़ा पहली बार चखा ? और कैसे ये चाय हिंदुस्तान तक आ पहुंची ?

चाय सबसे पहले कहा से और किसने शुरू किया था इसको लेकर बहुत सारे कहानियाँ है. इतिहास के किताबों में लिखा है सबसे पहले शंग (shang) वंश के समय में चाय की शुरुवाद यूनान नाम की एक जगह से हुई थी. लेकिन उस वक़्त ये सिर्फ एक मेडिकल ड्रिंक (Medical drink) थी.

इतिहास (History) :

 युनान से चाय सफर करते हुए सिचुआन (sichuan) पहुंची थी. वहा पर सबसे पहले चाय को पानी में उबाल कर पीना शुरू किया गया.

कहानी 1 :

कुछ इतिहास के किताबों में ये लिखा है के चीन के एक महान सम्राट शेन्नांग (Shennong) चाय की शुरुवाद 2737 BC में की थी. शेन्नांग चीन के एग्रीकल्चर (Agriculture)और चीनी दवाई के आविष्कारक थे. 

शेन्नांग को हमेशा पानी को उबाल कर पिने की आदत थी. एक बार शेन्नांग अपने नौकर के साथ एक पेड़ के निचे बैठे थे, उनका नौकर पानी उबाल रहा था. कुछ पत्ते उस पेड़ से पानी के अंदर गिर गये और पानी का रंग बदल गया.

 शेन्नांग जब ये पिया तो उसका स्वाद बहुत पसंद आया और बहुत खुश हुए , क्यों की शेन्नांग पहले से ही चीनी दवाई के लिए बहुत सारे पेड़ पौधों पर रिसर्च किया था. जिसमे कुछ जड़ी बूटियां दवाई के लिए काम आये तो कुछ ज़हरीले थे, इन जहरीले जडी बूटियों का एंटीडोट (Antidote) शेन्नांग ने चाय को बताया था. 

कहानी 2 :

कुछ किताबों में ये भी लिखा है के चाय की शुरुवाद बोधिधर्मा (Bodhidharma) ने 5 वि सदी में किया था. बोधिधर्मा दक्षिण भारत (South India) के रहने वाले थे और छान बुद्धिज़्म (Chan Buddhism) के संस्थापक माने जाते है. इसलिए बोधिधर्मा छान बुद्धिज़्म को फैलाने के लिए चीन पहुंच गये थे.

एक बार बोधिधर्मा ने एक दीवार के सामने बैठकर ध्यान (meditation) करना शुरू किया. 9 साल के बाद उनकी ज़रा सी आंख लग गयी. जब वो उठे तो उनको इस बात का बुरा लगा के वो ध्यान करते हुए सो गए. उस वक़्त वो अपने पलकों को काट दिया. जहा वो पलकें गिरे थे वहीं से चाय पत्ति के पौधे निकल आये.

इन दो कहानियों में कितनी सच्चाई है ये तो पता नहीं लेकिन चाय एशियावासी देश (Asian countries) में बहुत ज़्यादा पिया जाता था. उस ज़माने में चाय का पीना एक स्टेटस समझा जाता था.

Chai ka avishkar Infographic

यूरोप में चाय का इतिहास (Tea history in Europe) :

एशिया में तो चाय की शुरुवाद हो चुकी थी लेकिन यूरोप में 16 वि सदी के बाद चाय की शुरुवाद हुई थी. कुछ पोर्तुगुएस (Portuguese) के व्यापारियों ने जब एशिया से अपने देश गए तो कुछ चाय पत्ती के सैम्पल्स (samples) को लेकर गये थे. चाय पत्ती का एक्सपोर्ट (Export) यूरोप में सबसे पहले डच (Dutch) के लोगों ने किया था. उस समय में चाय बहुत कम लोग पिया करते थे क्यों की चाय बहुत महँगी हुआ करती थी.

जब पोर्तुगुएस के राजकुमारी कैथरीन ऑफ़ ब्रगांजा (Catherine of Braganza) ने Charles II से जब शादी की तो चाय को बहुत सारे लोग पीना शुरू कर दिया. राजकुमारी को चाय ज़्यादा पसंद थी इसलिए उस ज़माने में चाय को पीना एक स्टेटस समझा जाता था.  

चाय पत्ती की तस्करी :

टैक्स के कारण चाय पत्ती बहुत महँगी हुआ करती थी. इसी वजह से चाय पत्ती की तस्करी हुआ करती थी क्यों की चाय को बहुत सारे पिने वाले थे. चाय पत्ती महँगी होने के कारन मिलावट भी हुआ करती थी. वही टी पाउडर फिर से उपयोग करना और बकरियों का गोबर मिलाना, रसायन मिलाना, जैसे बहुत सारे गैर कानूनी तारीखों से बेचा गया था.यहाँ तक के चाय पत्ती को कानूनी तौर पर 5 मिलियन पौंड सालाना इम्पोर्ट किया गया तो वही ग़ैरकानूनी तौर पर मिलावट के साथ 7 मिलियन पाउंड्स का इम्पोर्ट किया गया था.

जब टैक्स चाय पत्ती के ऊपर से हटाया गया तो तब जाकर चाय सबके लिए उपलब्ध थी और चाय पत्ती की तस्करी करना भी एक ही रात में ख़तम हो गया.

भारत में चाय का इतिहास (Tea in India) :

चाय की शुरुवाद इंडिया में सबसे पहले ब्रिटिश की सरकार ने किया था. क्यों की उस समय में चीन से ही चाय पत्ती का एक्सपोर्ट हुआ करता था.

ब्रिटिश सर्कार ने चीन के तकनीक और वहा के बीज लेकर अस्साम में पेड़ लगाना शुरू किया. कुछ नाकाम कोशिशों के बाद चाय पत्ती के बाग अस्साम में उगाना शुरू किया. 

मनीराम दीवान (Maniram Dewan) पहले इंडियन थे जो चाय पत्ती के बाग शुरू किया था.चाय शुरू में बहुत कम लोग पिया करते थे.

बाद में 1920s में टी बोर्ड (Teaboard) ने एक विज्ञापन का अभियान (advertising campaign) चलाया जिसके बाद चाय पूरे इंडिया में पीना शुरू किया.

इंडिया बहुत सालों तक चाय के पैदा करने में पहले स्थान में था लेकिन बाद में चीन आगे निकल गया.

भारत में चाय पत्ती उत्पादन करने वाले राज्य :

इंडिया में ज़्यादा चाय पत्ती उत्पादन करने वाले राज्यों में से Assam, West Bengal, Tamil Nadu, Kerala, Tripura, Arunachal Pradesh, Himachal Pradesh, Karnataka, Sikkim, Nagaland, Uttarakhand, Manipur, Mizoram, Meghalaya, Bihar, Orissa है.

Tea producing states in India.


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