कागज का आविष्कार किसने किया है ? Who invented paper in Hindi.

टेक्नोलॉजी बढ़ने के बाद कागज़ का इस्तेमाल कम होने लगा है. जैसा के आज अक्सर हम दुनियाभर की जानकारी इंटरनेट से लेते है. आज भी हम अक्सर हमारे कामों के लिए कागज़ का इस्तेमाल करते है चाहे वो पढ़ाई के लिए या फिर ऑफ़िस के काम के लिए हो सकता है.

क्या आपने कभी ये सोचा के कागज का आविष्कार किसने किया है ?

कागज़ के आविष्कार से पहले लोग ज़रूरी चीज़ें लिखने के लिए हड्डी, लकड़ी,बाँस, और कपड़े का इस्तेमाल किया करते थे.

कागज का इतिहास (History of Paper) :

करीब 3500 BC में  मिस्र (Egypt) में  कागज़ को बनाने के लिए पेपिरस (Papyrus) नाम के पौधे का इस्तेमाल किया जाता जो नील नदी के पास उगता था. इस पौधे का मिश्रण बनाया जाता था. इस मिश्रण को कागज़ के पन्ने की तरह इस्तेमाल करते. इसपर  लिखने के लिए एक लकड़ी से बनाया गया इस्तेमाल किया करते. इसी पौधे के नाम से पेपर (PAPER) का नाम रखा गया था.

आधुनिक पेपर की शुरुवाद चीन (CHINA) से हुई थी. अक्सर लोग यही मानते है के 105 AD में चाय लान (Cai Lun) ने किया था जो उस वक़्त के बादशाह के दरबार का एक अधिकारी था.

लेकिन हाल में किया गया पुरातात्विक (Archaeological) खोज के मुताबिक कागज़ का आविष्कार चाय लान (Cai Lun) से 200 साल पहले किया गया था. लेकिन चाय लान का भी इस आविष्कार में बहुत बड़ा योगदान रहा था.

चाय लान एक बार एक मधुमक्की और ततैया को देखा के वो अपना घर बनाने के लिए एक पौधे का मगज लेकर अपने मुह से चबाते और नर्म करते फिर अपने पैरों का इस्तेमाल करके उस मगज को फैलाते और अपना घर बना लेते.

इस खुद्रती करिश्मे को देखने के बाद चाय लान को ये ख्याल आया के इस तकनीक को इस्तेमाल करके कागज़ को बनाया जा सकता है. जिसके लिए उन्हें एक पौधे का मुगाज़,पानी,एक छन्नी चाहिए था.

शुरू में चाय लान ने हेम्प (Hemp) पौधे का मुगाज़, पानी को मिलाकर एक गाड़ा सा मिश्रण बनाया था. इस मिश्रण में एक छन्नी को डुबाते, जब इस छन्नी को बहार निकालते थो एक परत उस छन्नी पर जम जाती. इस छन्नी को धुप में सुखा देते और ये परत सूख जाने के बाद कागज़ जैसा बन जाता था.

चाइना में लोग अलग अलग पौधों से पेपर बनाना शुरू किया और छन्नी में बहुत सारे बदलाव किये गए जिससे कागज़ को बनाने में और भी असानिया पैदा हुई. कागज़ के बनाने की तकनीक को चीन के लोग किसी को बताना नहीं चाहते थे. इसी कारन बहुत साल तक कागज़ का आविष्कार चाइना तक ही स्तीमिथ रहा.

Talas की लड़ाई (Battle of Talas) :

6 वीं शताब्दी (6th century) में कागज़ का आविष्कार कोरिया (Korea) को पहुंचा और वहां से एक साधू ने इस आविष्कार को जापान तक पहुँचाया था. 751AD में जब अरब और चीन के बीच बैटल ऑफ़ तलास (Battle of Talas) हुई थी.

इस लड़ाई में चीन हार गयी कई लोग कैदी बन गए,अरब में ये दस्तूर था के कैदी को रिहा करने के लिए बदले में कैदी अरब के लोगों को कुछ नए चीज़ों की शिक्षा देना पड़ता था. चाइना के कैदी ने अरब के लोगों को कागज़ को बनाने का तकनीक को सिखाया.

अरब में सबसे पहले कागज़ को बनाने वाला खार्खाना समरकंद (Samarkhand) में बनाया गया था. दस वी सदी (10th Century ) तक पूरे अरब में कागज़ का इस्तेमाल शुरू हो गया था.

यूरोप में पेपर (Paper in Europe):

कागज़ को मिडिल ईस्ट से यूरोप तक पहुँच ने में तकरीबन 500 साल लगे. 12th Century में जब कागज़ स्पाईन (Spain) पहुंचा थो वहां से पूरे यूरोप में कागज़ का इस्तेमाल करना शुरू हो गया.

भारत में पेपर (Paper in India) :

भारत में कागज़ का परिचय 7th Century में हुआ था.लेकिन उस वक़्त कागज़ का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता.12th Century के बाद पूरे भारत में विस्तार तौर पर कागज़ का इस्तेमाल शुरू हो गया.

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