एक ज़माना था जब टीवी नहीं थी तोह लोग सिर्फ रेडियो सुनकर दुनिया भर की जानकारी हासिल करते थे. आज के ज़माने में टीवी हमारे ज़िन्दगी का इतना अहम हिस्सा बनगयी है. रोज़ सुबह हमारी चाय के साथ या तो न्यूज़ पेपर होता है या फिर टीवी, जिसमे हम न्यूज़ देख कर जान कारी हासिल करते है.
टेलीविज़न एक तरह से फैक्स मशीन को देख कर ही बनाया गया था. 19 वि सदी के शुरुवाद में फैक्स मशीन में इमेजेज को एक जगह से दूसरे जगह टेलीग्राफ के लाइन्स ज़रिये भेजा जाता था.
मैकेनिकल टेलीविज़न (Mechanical Television) :
1928 में ब्रैड ने पहली बार ट्रान्साटलांटिक ट्रांस्मिशन को लंदन और न्यूयोर्क के बीच किया था. उसी वक़्त अमेरिका में एक और वैज्ञानिक चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस (Charles Francis Jenkins) ने 1923 में एक जगह से दूसरे जगह को इमेजेज ट्रांस्मिशन किया था, 1925 में इस आविष्कार का पेटेंट भी मिला था.
मैकेनिकल टेलीविज़न के लिए डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था. इस डिस्क में होल्स करके रेसोलुशन को बढ़ाते थे. उस वक़्त रेसोलुशन 30 लाइन्स से 120 लाइन्स के बीच हुआ करता था.1928 में न्यूयोर्क में सबसे पहला टेलीविज़न स्टेशन W2XB (WRGB) को शुरू किया गया था.
कलर टेलीविज़न (Color Television) :
कैथोड रे टियूब के आविष्कार के बाद इलेक्ट्रॉनिक टेलीविज़न के आविष्कार में आसानियाँ पैदा हुई थी. ये कैथोड रे टियूब के ज़रिये इमेज को अच्छे तारीख़े से दिखने लगा. इलेक्ट्रॉनिक टेलीविज़न से के बाद कलर टेलीविज़न को बनाया गया. इस कलर टेलीविज़न बनाने के लिए रेड, ग्रीन, ब्लू कलर्स के बीम्स को इस्तेमाल किया जाता.
इसके बाद डिजिटल टेलीविज़न और स्मार्ट टेलीविज़न और 3D टेलीविज़न को बनाया गया है. आज के ज़माने में टीवी 4K और 8K जैसे क्वालिटी में मिलते है.