ईमेल सिस्टम से पहले लोग एक दूसरे से बात करने के लिए खत का इस्तेमाल करते थे. कुछ वक़्त बाद लोगों की सोच ने टेलीग्राफ को जन्म दिया.
ये टेलीग्राफ भी एक तरह से मेल सिस्टम की तरह ही था बस फर्क इतना था के इसे इस्तेमाल करने के लिए मोर्स कोड का आना ज़रूरी था. साल
1960 में जब इंटरनेट का इस्तेमाल शुरू हुआ था तो टाइम शेयरिंग कम्प्यूटर्स को इस्तेमाल किया गया था. इस टाइम शेयरिंग कंप्यूटर में एक सेंट्रल कंप्यूटर होता था जिसे कई सारे उसेर्स एक के बाद एक इस्तेमाल करते थे.
1965 में टाइम शेयरिंग कंप्यूटर को इस्तेमाल करने वाले हर यूजर को लोकल फाइल बनाया गया था जिसे “मेल बॉक्स” के नाम से बुलाया जाता था. इन मेल्स को सिर्फ वही यूजर पड़ सकता था जिसे भेजा गया था.
1960 से लेकर 1980 के बीच बहुत सारे समस्तओ ने ईमेल सिस्टम को बनाना शुरू किया था. 1969 में अर्पानेट के इंटरनेट के ज़बरदस्त आविष्कार के बाद रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson) ने मेल भेजने के लिए @ का इस्तेमाल करना शुरू किया था.
मेल भेजने के लिए यूजर का नाम फिर @ सिंबल के बाद होस्ट का नाम लिखा जाता था (username@hostname). DNS के आविष्कार के बाद होस्ट नाम के साथ डोमेन को भी लिखना शुरू किया गया था (username@host.domain).
मार्च 26, 1976 में सबसे पहला ईमेल क्वीन एलिज़ाबेथ 2 (Queen Elizabeth II ) ने भेजा था. 1990 में बिल क्लिंटन अमेरिका के पहले प्रेसिडेंट थे जिन्होंने ईमेल का इस्तेमाल किया था.
Indian Inventor – Shiva Ayyadurai :
कुछ लोगों का मानना है के ईमेल के आविष्कार को पहले इंडिया के शिवा अय्यदुरई ने किया था. 1963 में पैदा होने वाले अय्यादुरई अपने पढ़ाई के सिल सिले में अमेरिका गए थे.
1978 में 14 साल के उम्र में एक सुम्मार प्रोग्राम के चलते कंप्यूटर प्रोग्रामिंग को सीखना शुरू किया था. लिविंगस्टोन हाई स्कूल में पढ़ते वक़्त ही ईमेल सिस्टम को बनाया था. 1982 में अपने सॉफ्टवेयर “ ईमेल “ को कॉपीराइट भी करवाया था.
अर्पानेट के वैज्ञानिक का कहना ये है के ईमेल सिस्टम तोह अय्यादुरई के बननसे पहलेसे ही था. अमेरिका के कुछ वैज्ञानिक अय्यादुरई को ईमेल के आविष्कारक नहीं मानते.
ईमेल भी ऐसा आविष्कार है जिसे एक इंसान ने नहीं बनाया बल्कि शिवा अय्यदुरई और रे टॉमलिंसन से पहले काफी सारे लोगों ने मेहनत किया था.