आज टेक्नोलॉजी के दुनिया में कम्प्यूटर के बिना कोई काम सोच भी नहीं सकते और हमारे अक्सर काम कम्प्यूटर पर निर्भर है.
कैसे कम्प्यूटर हमारे ज़िंदगी का इतना अहम हिस्सा बन गए और कैसे कम्प्यूटर की शुरुवाद हुई ?
हर आविष्कार से पहले बहुत सारे कोशिशें की जाती है और हर बड़ी आविष्कार की शुरुवाद छोटे छोटे बहुत सारे आविष्कार के बाद होती है.
19 वी सदी के ख़तम तक “कंप्यूटर” हिसाब करनेवाले इंसान को बुलाया गया था. 20 वि सदी में मशीन जो हिसाब करती है , उसे कंप्यूटर बुलाना शुरू किया था.
2400 BC से ही अरिथमेटिक tasks के लिए tally stick, अबेकस को इस्तेमाल किया गया था. Antikythera mechanism , planisphere जैसे डिवाइस astronomical positions के लिए इस्तेमाल किया गया था.
Sector , planimeter , siderule जैसे डिवाइस बेसिक मैथ्स के प्रोब्लेम्स हल करने के लिए बनाये गए थ. इसी तरह बेसिक कॅल्क्युलेशन्स के लिए और भी devices बनाये गए जो कंप्यूटर के आविष्कार के लिए बहुत मददगार बना था.
19 वि सदी के शुरू में सबसे पहले एक मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage ने किया था जो एक ब्रिटिश के रहनेवाले मैकेनिकल इंजीनियर थे. इसीलिए Charles Babbage को Father of the computer माना जाता है.
1833 में Charles Babbage ने और भी आसान डिज़ाइन के साथ कंप्यूटर को बनाना चाहते थे. उसके पार्ट्स बनाना उस समय में बहुत मुश्किल और महंगी भी था इसीलिए ब्रिटिश गवर्नमेंट ने फंडिंग करने से माना कर दिया था. 1888 में Charles Babbage के बेटे Henry Babbage ने और भी आसान वर्शन बनाया.
20 वि सदी के शुरू 1872 में पहला मॉडर्न एनालॉग कंप्यूटर को Sir William Thomson ने बनाया था जो एक tide predicting मशीन थी. इस मशीन को पहिये और डिस्क को लेकर बनाया गया.
1938 में united states नेवी ने एक Electromechanical analog कंप्यूटर को बनाया जो सबमरीन में इस्तेमाल किया जाता था. और भी devices वर्ल्ड वॉर 2 के समय बनाये गए थे.
1939 में जर्मन के इंजीनियर konard zuse ने पहली बार automatic electro mechanical programmable digital कम्प्यूटर्स को वैक्यूम tubes को लेकर बनाया था. जिसका नाम Z2 था 1941 में लेटेस्ट वर्शन Z3 भी बनाया था.
1943 में इंग्लैंड के Tommy flowers और उनके कुछ साथियों ने मिलकर पहले इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर colossus को बनाया जो वर्ल्ड वॉर 2 के समय जर्मनी के encrypted messages को पढ़ने के काम आया था.
1946 में John mauchly और presper eckert ने पहली बार प्रोग्रामेबल कंप्यूटर ENIAC (Elecronic Numerical Integrator and computer) को बनाया जो COLOSSUS से भी ज़्यादा तेज़ था.
ENIAC मशीन 30 टॉन्स , 200 किलोवटस का पॉवर , 17468 vacuum tubes,7200 crystal diodes, 1500 relays, 70000 resistors, 10000 capacitors इस्तेमाल करके बनाया गया था. जिसका कॉस्ट $487,000 था जो आज के करेंसी के हिसाब से $6,740,000 है.
इसके बाद 1955 के बाद vacuum tubes को transistor के साथ बदल दिया और बहुत सारे सुधार के बाद आज का मॉडर्न कंप्यूटर बना था.